Saturday, October 31, 2009

रविश्चन्द्रो घना वृक्षा नदी गावश्च सज्जना

रविश्चन्द्रो घना वृक्षा नदी गावश्च सज्जना।
एते परोपकाराय युगे देवेन निर्मिता॥

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